Case Study on Child Marriage

विषय:- बाल-विवाह के विरुद्ध सफलता की कहानी
नाम : निशा कुमारी (उम्र 14 साल) पिता : अशोक सोनार माता : कविता देवी पता: ग्राम- जयनगर पश्चमी पोस्ट +थाना - जयनगर पश्चमी जिला - कोडरमा (झारखण्ड) दिनांक 28 /11/ 2023.
पूर्व की स्थिति -
कोडरमा जिला के जयनगर प्रखंड के अंतर्गत के सोनार मोहल्ला में अशोक सोनार नामक एक व्यक्ति रहते हैं। जिन्होंने बेटा के लिए तीन शादियां की है पहली पत्नी से इन्हें एक बेटी है बेटा ना होने के कारण इन्होंने दोबारा शादी की दूसरी पत्नी से इन्हें चार बेटियां हैं बेटा ना होने के कारण यह दोनों बीवियों के साथ बहुत मारपीट करते थे। पहली पत्नी से इनका डिवोर्स हो गया है बेटा के लालच में इन्होंने एक और शादी की जिससे एक लड़का एक लड़की है बेटा ना होने के कारण यह चारों बेटियों को बिल्कुल पसंद नहीं करते हैं बेटियों से बहुत दूर व्यवहार करते हैं अपनी बेटियों के साथ बहुत मारपीट भी करते हैं और जान से मार देने का भी कोशिश करते रहते हैं उनका सोच है कि यह बेटियां है बेटियां तो बोझ होती है, इन्हें दहेज देना होगा । अपनी बच्चियों का इन्होंने पढ़ाई भी बंद करवा दिया है उनका सोच है कि इन्हें पढ़ा लिखा कर तो दूसरों के घर ही भेजना है इनके पढ़ाई में पैसा क्यों खर्च करना।यह अपनी बेटियों की परवरिश का भी खर्च नही देते है। बेटियां घर के कामों में ही हाथ बटाए यही सही है बेटियों का पढ़ाई करना बिल्कुल पसंद नहीं है । बालिका के पिता के द्वारा ना जाने कितनी बार बालिका एवं उनकी तीनों बहनों को जान से मार देने का भी कोशिश किये हैं अपनी बेटियों को अपने सामने खड़े भी नहीं रहना पसंद करते हैं और ना ही कभी अपनी बेटियों से बातचीत करना पसंद करते हैं बेटियां बोझ है यह समझ कर अपनी चारों बेटियों को जान से मार देना चाहते हैं । बालिका की माँ यह देख बहुत दुःखी होती लेकिन वह अपनी बेटी को बचाने के लिये कुछ भी नही कर पा रही थी ।ये सब देख बालिका की दादी ने लोकल थाना में अपने बेटे अशोक सोनर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया । मुकदमा दर्ज होने पर बालिका एवं उनकी बहनों के लिये डोमचांच थाना उनके घर पहुँचा और बालिका के पिता को समझया लेकिन वह नहीं समझते और वह बच्चीयों के साथ वही व्यवहार कर रहे थे । दिनांक 18/07/2021 को बालिका ने अपने पिता से अपनी पढ़ाई के खर्च को लेकर कुछ पैसे की मांग की तो पिता जी ने पैसा देने से इनकार करते हुए उसके साथ मारपीट करना शुरू कर दिया जब इनकी दोनों बहने एवं उनकी मां उन्हें बचाने गई तो उनके साथ भी बहुत मारपीट किया । बालिका के हाथों में काफी चोट आ गई थी बालिका को कहीं से मदद ना मिलते देख वह जन सेवा परिषद के CSW ज्योति सिन्हा को अपनी समस्या बताते हुए मदद का गुहार किया।
हमारा हस्तक्षेप:-
सूचना प्राप्त होने पर बालिका के मदद हेतु उसके घर जाना हुआ जाने के उपरांत उसकी समस्याओं को जाना वहां के आसपास के लोगों से भी बालिका एवं उनके घर के मामलों के बारे में जान आ गया आसपास के लोगों ने भी बताया की बालिका के पिता बालिका एवं उनकी मां को बहुत प्रताड़ित करते हैं बेटा ना होने का सजा इन चारों बेटियों को देते हैं बेटियों को मदद की बहुत जरूरत है बालिका के मदद हेतु बालिका एवं उसकी के मां के साथ उनके लोकल थाना जयनगर जाना हुआ। वहां जाने के उपरांत बालिका के मामले संबंधित जानकारी जयनगर थाना प्रभारी को दिया गया और उनकी मदद से बालिका के पिता को पकड़ कर जयनगर थाना लाया गया थाना लाने के दौरान बालिका के पिता से थाना प्रभारी ने बालिका से दुर्व्यवहार करने का कारण पूछा गया और उन्हें समझाया भी गया की बेटियों के साथ इस तरह से मारपीट ना किया करें । जयनगर थाना प्रभारी के द्वारा बालिका के पिता को डरवया धमकाया गया और बालिका के पिता से जयनगर थाना में एक इकरारनामा लिया गया जिसमें बालिका के पिता ने यह घोषित किया की अब कभी अपनी बेटियों को मारपीट नहीं करेंगे ।

चुनौतियां :-
आज के युग में भी बेटियों को अपने ही पिता बोझ समझते हैं और बेटियों को बेटा ना होने का सजा मिलता है उन्हें बेटे से कम मापा जाता है उन्हें सिर्फ घर के काम काजो के लिए ही सज्जती माना जाता है।बेटियों को आज के युग मे भी पढ़ाना लिखाना उचित नही माना जाता।
वर्तमान स्थिति :-
बालिका के पिता अभी बालिका एवं उनकी बहनों के साथ अच्छे से रह रहे हैं बालिका फिलहाल अपने घर में अपनी मां के साथ रह रही है।
हमारा मंतव्य :-
जन सेवा परिषद के कार्यकर्ता के द्वारा हमें लोगों के बीच बेटे बेटियों में भेदभाव मिटाने का जागरूकता फैलाना चाहिए ताकि हमारे समाज की बेटियां को बोझ ना माना जाए और उन्हें आगे बढ़ने देने का मौका दिया जाए बेटियों को बेटों के बराबर माना जाए घर मे उन्हें बेटों के बराबर समान मिले। लोगों के बीच अपनी विचारधाराओं को रखना है की बेटियां बेटों से कम नहीं होती बेटियां भी वो कर सकती हैं जो बेटे कर सकते हैं । बेटियां बोझ नहीं बेटियां हमारे समाज की उज्जवल भविष्य बन सकते हैं। अतः इस सन्दर्भ में जन सेवा परिषद् के कार्यकर्त्ता सुभम कुमार एवं पज्योति सिन्हा CSW (कोडरमा ) द्वारा बाल विवाह रोकने हेतु निम्न कार्य किया गया:-

1. बच्ची के अभिभावक से आंगनबाड़ी सेविका व मुखिया की उपस्थिति में बाल-विवाह के विरुद्ध अंडरटेकिंग करवाया गया। एवं 2. बच्ची की आगे की पढ़ाई के लिए उच्च विद्यालय जयनगर कोडरमा में कक्षा 9th के क्रमांक संख्या 18 में नामांकन करवाया गया है। एवं 3. कॉलेज के प्रधानाध्यापक से बात कर फीस माफ करवाया गया। एवं 4. स्पॉन्सरशिप से जोड़ने के लिए फॉर्म भरकर CWC में आवेदन किया गया। 5. बच्ची को बाल विवाह मुक्त गांव बनाने के लिए वॉलिंटियर्स के रूप में चयनित किया गया है।
उपर्युक्त सभी कार्य कई बार, जन सेवा परिषद् , कोडरमा द्वारा काजल के गाँव में ग्राम-सभा के माध्यम से मुखिया जी एवम ग्रामीणों की उपस्थिति में करवाया गया, जिससे आस-पास के सभी गावों के साथ-साथ कई पंचायत में यह प्रभावशील सन्देश रूपी चर्चा बन गया है कि
“बाल-विवाह बच्चों के सर्वांगिक विकास के विरुद्ध अभिभावक का अविवेकपूर्ण कदम के साथ साथ ना केवल सामाजिक बुराई है बल्कि, कानूनन दण्डनीय अपराध भी है जिसमे अभिभावक एवं सभी प्रकार के सहयोगी जैसे बाल-विवाह करवाने वाले पंडित/मोल्लाना, टेंट-सामियाना लगाने वाले या अन्य प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से भागीदार के साथ-साथ बाल-विवाह में सम्मिलित या सरिक होनेवाले सभी आगंतुकों केलिए भी दण्ड का प्रावधान है।“ जिसकी खूब चर्चा हो रही है।

धन्यवाद ज्ञापन: देते हुए बच्ची, निशा कुमारी ने जन सेवा परिषद को धन्यवाद ज्ञापन के माध्यम से कहा है कि, इस कार्य से आने वाले भविष्य में वे अपना भविष्य को सवार सकेगी, धन्यवाद् ।
(निशा कुमारी के आँखों में ख़ुशी के अंशु थे ! )


ACTIVITIES AT A GLANCE
S.No. Awareness Activities No. of villages Name of villages/place of activities
1 Pledge 150 150 Villages of Sadar, Churchu, Dadi, Barkagaon, Keredari, Katakamsandi, Katakamdag, Ichak, Barhi, Chouparan, Daru Block, Hazaribag.
2 Child Marriage (Including 16 th oct,23 Campaign.) 210 (Extra 65 villages) 210 Villages of Sadar, Churchu, Dadi, Barkagaon, Keredari, Katakamsandi, Katakamdag, Ichak, Barhi, Chouparan, Daru Block, Hazaribag.
3 Child Labour / Child Trafficking. 25 Sadar, churchu, Ichak, Badkagon, Keredari , Vishnugarha.
4 Child Sexual Abuse (Pocso) 17 Badkagon, Keredari, Churchu, Ichak
5 Wall Writings 160 District and Block Headquarter & Villages of Sadar, Churchu, Dadi, Barkagaon, Katakamsandi, Katakamdag, Ichak, Barhi, Block, Hazaribag.
6 Legal Workshops 2 Churchu, Barhi Block of Hazaribag.
7 Nukkad Natak 2 Churchu, Barhi Block of Hazaribag.
8 Program in School 87 विविन्न गांवों में स्कूली बच्चों के साथ खेल-कूद प्रतियोगिता
“सात-फेरों से पहले सात वचन” Program
S.No. Activities No. of Villages Place of Activities
1 VLCPC की बैठक एवम पुनर्गठन: 117 हजारीबाग जिले के सदर, चुरचु, दाड़ी,कटकमदाग, कटकमसांडी, इचाक, बरही, चौपारण, बडकागाँव ब्लॉक के 177 गाँव
2 S.M.C की बैठक एवम पुनर्गठन: 90 हजारीबाग जिले के सदर, चुरचु, दाड़ी,कटकमदाग, कटकमसांडी, इचाक, बरही, चौपारण, बडकागाँव ब्लॉक के 90 गाँव
3 जन सेवा बाल संरक्षण समिति का गठन (ग्राम सभा करते हुए ) 65 हजारीबाग जिले के सदर, चुरचु, दाड़ी,कटकमदाग, कटकमसांडी, इचाक, बरही, चौपारण, बडकागाँव ब्लॉक के 65 गाँव
4 पोटेंशियल हाउसहोल्ड का सर्वे एवम काउंसेलिंग: 135 हजारीबाग जिले के सदर, चुरचु, दाड़ी,कटकमदाग, कटकमसांडी, इचाक, बरही, चौपारण, बडकागाँव ब्लॉक के 150 गाँव के 135 घरों का सर्वे
5 गावों के पंडित /मौलबी पादरी से मुलाकात एवम विषय को साझा विकसित किया गया: 73 150 विभिन्न गावों के 73 धर्म गुरुओं के साथ विषय वास्तु पे चर्चा की गई
6 स्कूलों में सपथ समारोह के साथ शत प्रतिशत लोगों का सपथ: 150 150 गांवों में स्कूली बच्चों के साथ सपथ समारोह के माध्यम से शत प्रतिशत शपथ दिलाया गया
7 बाल विवाह मुक्त गाँव घोषित करने के लिए समारोह: Nil Nil